Cane up.in:गन्ने की कटाई के समय अपनाएं यें महत्वपूर्ण टिप्स नहीं होगा कोई नुकसान, मिलेगी बंपर पैदावार

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Cane up.in : इस समय विभिन्न क्षेत्रों में गन्ने की कटाई का कार्य किया जा रहा है। ऐसे में किसानों के लिए गन्ने की कटाई से जुड़ी ध्यान रखने योग्य बातें जानना बेहद जरूरी है, ताकि फसल का नुकसान न हो और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हासिल किया जा सके. किसान अपनी मेहनत के मुताबिक अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें उचित कटाई तकनीक का ज्ञान होना बहुत जरूरी है. क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि गन्ने की कटाई में लापरवाही बरती जाती है. जिससे गन्ना ठीक से नहीं कट पाता और किसानों को इसकी अच्छी कीमत नहीं मिल पाती।

Cane up.inगन्ने की कटाई के समय अपनाएं यें महत्वपूर्ण टिप्स नहीं होगा कोई नुकसान, मिलेगी बंपर पैदावार
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व्यर्थ कटाई से न केवल फसल का नुकसान होता है बल्कि चीनी की रिकवरी भी कम हो जाती है। इसलिए गन्ने की कटाई करते समय सावधानियां बरतना जरूरी है. उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद के वैज्ञानिकों द्वारा गन्ना कटाई से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तकनीकें बताई गई हैं। जिसकी जानकारी आपको अगले आर्टिकल में मिलेगी।

Cane enquiry | गन्ने की कटाई का सही समय

यदि गन्ने की कटाई सही समय पर की जाए तो इसकी पैदावार बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद के अधिकारी डॉ. संजीव पाठक ने बताया कि यदि किसी भी क्षेत्र में अगेती प्रजाति का गन्ना बोया जाता है। अतः इसकी कटाई लगभग 10 माह तक संभव हो सकती है।

वैज्ञानिकों ने कहा कि गन्ने की कटाई तभी करनी चाहिए। जब इसकी पत्तियाँ पीली हो जाती हैं, कलियाँ फल देने लगती हैं और गन्ने की आँखें फूटने लगती हैं, यानी इस स्थिति में गन्ना पूरी तरह से पक चुका होता है। यह समय गन्ने की कटाई के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।

आपको बता दें कि गन्ने का ब्रिक्स मूल्य 19.5 से 22.5 के बीच होना चाहिए। यदि गन्ने का ब्रिक्स मूल्य इससे कम है तो समझ लेना चाहिए कि गन्ना अभी कटाई के लिए तैयार नहीं है यानी पका नहीं है और यदि 18 या इससे अधिक है तो इसका मतलब है कि गन्ना पूरी तरह पकने की स्थिति में है। इससे 10 से 11 फीसदी चीनी रिकवर की जा सकती है.

इसके अलावा गन्ने की परिपक्वता की पहचान करने के लिए गन्ने के तने को काट लें और उसे सूरज की रोशनी में देखें, आपको उसमें चमक दिखाई देगी या फिर आप रिफ्रेक्टोमीटर से इसकी जांच कर सकते हैं. यह एक ऐसा उपकरण है. जिसकी मदद से आप गन्ने की ब्रिक्स और गुणवत्ता को माप सकते हैं।

cane up | गन्ने की कटाई हेतु हार्वेस्टर का उपयोग

सभी किसानों को गन्ने की कटाई के समय महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी चाहिए। जिससे अच्छी पैदावार प्राप्त की जा सके. वैज्ञानिकों ने बताया कि गन्ने की कटाई जमीन की सतह के बराबर स्तर पर ही करनी चाहिए। क्योंकि अधिकतर किसान 5 से 10 सेंटीमीटर की ऊंचाई से गन्ने की कटाई करते हैं. जिससे करीब 8 से 10 क्विंटल गन्ना खेत में ही बचा हुआ है। इससे किसानों को प्रति हेक्टेयर 3 से 4 क्विंटल का नुकसान भी होता है. इतनी बड़ी मात्रा में गन्ना खेतों में छोड़ दिए जाने से चीनी का उत्पादन भी कम हो जाता है. क्योंकि गन्ने के निचले भाग से अधिक चीनी उत्पन्न होती है।

आप चाहें तो गन्ने की कटाई के लिए मजदूरों की जगह मशीनों का इस्तेमाल कर सकते हैं. गन्ने की बेहतर कटाई के लिए हार्वेस्टर एक उत्कृष्ट मशीन है। जिससे बहुत ही कम समय में गन्ने की अधिक फसल ली जा सकती है. यह मशीन गन्ने के पत्ते वाले हिस्से को काटकर छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट देती है। जिन्हें हार्वेस्टर बॉक्स में एकत्र किया जाता है. हार्वेस्टर मशीन की सहायता से लगभग 8 मिनट में 2.5 हेक्टेयर तक गन्ने की कटाई की जा सकती है। जिससे न सिर्फ मेहनत और समय की भी बचत होगी. वहीं, कटाई अच्छी होने से फसल में कोई नुकसान नहीं होगा.

Cane Up | गन्ना कटाई की उत्तम एवं सही तकनीक

खेत की कटाई का कार्य से किया जाना चाहिए| इसके लिए अच्छी सुई, नोकदार ब्लेड या तेज़ धार वाला चाकू का उपयोग करना चाहिए| क्योंकि कटाई से न केवल कृषि की गुणवत्ता में गिरावट आएगी, बल्कि चीनी के उत्पादन में भी कमी हो सकती है| इसके अतिरिक्त मिलिंग में भी काफी दिलचस्प आते हैं| खेत की कटाई हमेशा जमीन की सतह के बराबर से करनी चाहिए| पहले इसके पत्ते, जड़ो एवं अतिरिक्त कचरा वाले स्कूटर को हटाना चाहिए| फ़्रांस के ऊपरी हिस्से में जहाँ तक फ़्रांस की कलियाँ और पेट हैं, काट देना चाहिए| खेत की कटाई से पहले साफ सफाई होनी चाहिए| ताकि कटाई के ढांचे का अधिक उत्पादन संभव हो सके|

caneup.in | गन्ने की कटाई करते समय याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें

  • गन्ने की कटाई से पहले अतिरिक्त कूड़ा-कचरा या झाड़ियाँ साफ कर देनी चाहिए।
  • गन्ने की कटाई जमीन की सतह के बराबर स्तर पर ही करनी चाहिए।
  • गन्ना पूरी तरह से पक जाने के बाद ही फसल की सही ढंग से कटाई की जाती है। जिससे अधिक चीनी उत्पादन संभव है।
  • गन्ने की परिपक्वता की जाँच रेफ्रेक्टोमीटर यंत्र की सहायता से की जा सकती है।
  • गन्ने की कटाई के संबंध में उचित तकनीक अपनाकर चीनी रिकवरी में कमी से बचा जा सकता है।
  • गन्ने की कटाई के बाद खेत में पड़े गन्ने को सूखने से बचाना चाहिए। इसके लिए आप हल्का स्प्रे करके या ढककर फसल को सुरक्षित रख सकते हैं.
  • गन्ने की फसल पकने के बाद इसकी पत्तियां पीली पड़ जाती हैं और गन्ने की आंखें फूटने लगती हैं। लेकिन कई किस्मों में ऐसे लक्षण दिखाई नहीं देते.
  • उत्तर भारत में गन्ने की फसल लगभग 15 महीने बाद शरद ऋतु में काटी जाती है। जबकि वसंत ऋतु में बोया गया गन्ना 10 माह बाद ही काटा जा सकता है।

यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर चीनी मिलों की जिलेवार सूची और उनकी वेबसाइटों का विवरण | cane up | caneup 

जनपद का नाम चीनी मिल नाम आधिकारिक वेबसाइट
सहारनपुरदेवबन्दwww.kisaan.net/
सरसावा (सहकारी)www.upsugarfed.org
ननौता (सहकारी)www.upsugarfed.org
गागनौलीwww.bhlcane.com
शेरमऊwww.kisaan.net
मुजफ्फरनगरमन्सूरपुरwww.krishakmitra.com
खतौलीwww.kisaan.net/
रोहानाwww.kisaan.net
मोरना (सहकारी)www.upsugarfed.org
तितावीwww.kisaan.net
टिकौलाwww.kisaan.net
बुढानाwww.bhlcane.com
खाईखेडीwww.kisaan.net
शामलीऊनwww.kisaan.net
थानाभवनwww.bhlcane.com
शामलीwww.kisaan.net
मेरठसकौतीwww.kisaan.net
दौरालाwww.kisaan.net
मवानाwww.kisaan.net
किनौनीwww.bhlcane.com
नगलामलwww.kisaan.net
बागपतरमाला (सहकारी)www.upsugarfed.org
मलकपुरwww.kisaan.net
गाज़ियाबादमोदीनगरwww.kisaan.net
हापुड़सिम्भावलीwww.kisaan.net
ब्रजनाथपुरwww.kisaan.net
बुलन्दशहरअनूपशहर (सहकारी)www.upsugarfed.org
अगौताwww.kisaan.net
साबितगढwww.kisaan.net
बिजनौरधामपुरwww.krishakmitra.com
स्योहाराwww.kisaan.net
बिजनौरwww.wavesuger.com
चान्दपुरwww.pbsfoods.in
स्नेहरोड (सहकारी)www.upsugarfed.org
बहादुरपुरwww.kisaansoochna.dwarikesh.com
बरकतपुरwww.kisaan.net
बुन्दकीwww.kisaansoochna.dwarikesh.com
बिलाईwww.bhlcane.com
अमरोहाचंदनपुरwww.kisaan.net
धनुराwww.wavecane.in
गजरौला (सहकारी)www.upsugarfed.org
मुरादाबादरानीनागलwww.kisaan.net
बिलारीwww.shreeajudhiasugar.com/
अगवानपुरwww.dewansugarsindia.com
बेलवाडाwww.kisaan.net
संभलअसमौलीwww.krishakmitra.com
रजपुराwww.krishakmitra.com
रामपुरबिलासपुरwww.upsugarfed.org
मि.नरायनपुरwww.kisaan.net
करीमगंजwww.kisaan.net
पीलीभीतपीलीभीतwww.lhsugar.in
बीसलपुर (सहकारी)www.upsugarfed.org
पूरनपुर (सहकारी)www.upsugarfed.org
बरखेडाwww.bhlcane.com
बरेलीबहेडीwww.kisaan.net
सेमिखेरा (सहकारी)www.upsugarfed.org
मीरगंजwww.krishakmitra.com
नवाबगंजwww.oswalsugar.com
फ़रीदपुरwww.kisaansoochna.dwarikesh.com
बदायूँबिसौलीwww.kisaan.org
बदायूँ (सहकारी)www.upsugarfed.org
कासगंजन्योलीwww.kisaan.org
शाहजहाँपुररोज़ाwww.kisaan.net/
तिहार (सहकारी)www.upsugarfed.org
निगोहीwww.kisaan.net
मकसूदापुरwww.bhlcane.com
पुवायां (सहकारी)http://www.upsugarfed.org/
हरदोईरूपापुरwww.dsclsugar.com
हरियावाwww.dsclsugar.com
लोनीwww.dsclsugar.com
लखीमपुरगोलाwww.bhlcane.com
ऐराwww.kisaan.net
पलियाwww.bhlcane.com
बेलराया (सहकारी)www.upsugarfed.org
सम्पूर्नानगर (सहकारी)www.upsugarfed.org
अजबापुरwww.dsclsugar.com
खम्भारखेडाwww.bhlcane.com
कुम्भीwww.bcmlcane.com
गुलरियाwww.bcmlcane.com
सीतापुरहरगाँवwww.kisaan.net
बिसवाँwww.gannakrishak.in
महमूदाबाद (सहकारी)www.upsugarfed.org
रामगढwww.kisaan.net
जवाहरपुरwww.kisaan.net
फर्रुखाबादकरीमगंजwww.upsugarfed.org
बाराबंकीहैदरगढwww.bcmlcane.in/kisaan-suvidha
फैज़ाबादरोजागांवwww.bcmlcane.in/kisaan-suvidha
मोतीनगरwww.kisaan.net
अम्बेडकरनगरमिझोडाwww.bcmlcane.in/kisaan-suvidha
सुल्तानपुर (सहकारी)सुल्तानपुरwww.upsugarfed.org
गोण्डादतौलीwww.bcmlcane.in
कुन्दरखीwww.bhlcane.in
मैजापुरwww.bcmlcane.in
बहराइचजरवलरोडwww.kisaan.net
नानपारा (सहकारी)www.upsugarfed.org
चिलवरियाwww.kisaan.net
परसेंडीwww.parlesugar.com
बलरामपुरबलरामपुर______
तुलसीपुरwww.bcml.in
इटईमैदाwww.bhlcane.in
बस्तीबभनानwww.bcmlcane.in
वाल्टरगंजwww.bhlcane.com
रुधौलीwww.bhlcane.com
महाराजगंजसिसवाबाज़ारwww.kisaan.net
गडोराwww.jhvsugar.in/
देवरियाप्रतापपुरwww.bhlcane.com
कुशीनगरहाटाwww.kisaan.net
कप्तानगंजwww.kisaan.net
खड्डाwww.kisaan.net
रामकोला (पी.)www.kisaan.net
सेवरहीwww.kisaan.net
मऊघोसीwww.upsugarfed.org
आजमगढ़सठिओं (सहकारी)www.upsugarfed.org

 

FAQs 

1.क्या यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर डाउनलोड करना बिल्कुल फ्री है? 

  • हां, यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर डाउनलोड करना पूरी तरह से फ्री है।

2.क्या मैं ई गन्ना ऐप केवल अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर ही इंस्टॉल कर सकता हूँ?

  • हां, ई गन्ना ऐप केवल एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर ही उपलब्ध है।

3.क्या इस पोर्टल से किसान गन्ने की पर्ची को ऑनलाइन चेक कर सकते हैं?

  • हां, इस पोर्टल से किसान अपने मोबाइल नंबर के साथ अपनी गन्ने की पर्ची को ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।

4.क्या मुझे ई गन्ना ऐप का उपयोग करने के लिए अपने मोबाइल नंबर की आवश्यकता है?

  • हां, आपको ई गन्ना ऐप का उपयोग करने के लिए अपने मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है।

5.कैसे मैं यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर को अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सकता हूँ?

  • आप यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर को अपने मोबाइल पर डाउनलोड करने के लिए आधिकारिक पोर्टल caneup.in पर जाकर आवश्यक जानकारी डालकर डाउनलोड कर सकते हैं।

6. गन्ने की फसल में कल्लों की संख्या बढ़ाने के लिए क्या करें?

  • गन्ने की फसल में बेहतर फोटो एवं कल्लों की संख्या बढ़ाने के लिए। किसानों को 100 से 150 ग्राम देहात ग्रो प्रो को 150 लीटर पानी में मिलाकर गन्ने की फसल पर छिड़काव करना चाहिए। कुछ दिनों बाद आपको इसका असर दिखने लगेगा.

7.गन्ने की फसल में कौन से उर्वरक का प्रयोग करना चाहिए?

  • गन्ने की फसल की वृद्धि बढ़ाने के लिए सही उर्वरकों का चयन करना भी महत्वपूर्ण है। इसलिए गन्ने की फसल में अच्छी उपज पाने के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटैशियम आदि का प्रयोग करें।

8. गन्ने की फसल में नाइट्रोजन क्यों महत्वपूर्ण है?

  • नाइट्रोजन पौधों के संरचनात्मक भागों के विकास में मदद करती है और उन्हें लंबा और मोटा बनाने में मदद करती है।

9. गन्ने की फसल में फास्फोरस क्यों महत्वपूर्ण है?

  • फास्फोरस गन्ने की फसल में महत्वपूर्ण योगदान देता है। जिसका मुख्य कार्य गन्ने के पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना तथा जड़ी-बूटियों का विकास कर पौधों को मजबूत बनाना है।
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